नगीना से सांसद चंद्रशेखर के काफिले पर हमला, चंद्रशेखर ने भी दी चेतावनी!

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Mathura: भीम आर्मी मुखिया ( Bhim Army) और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad ) के काफिले पर मथुरा में हमला हो गया. इस हमले में उनके काफिले की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और एक पुलिसकर्मी सहित कई लोगों के भी घायल होने की खबर है. इस हमले के बाद इलाके मे हड़कंप मच गया पुलिस और प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए, क्योंकि, हमले के विरोध में चंद्रशेखर अपने समर्थकों के साथ पैदल ही चल दिए।

कब और कहां हुआ हमला?
दरअसल, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर (Chandrashekhar Azad ) थाना रिफाइनरी क्षेत्र के गांव करनावल से सुरीर के गांव भगत नगरिया जा रहे थे तभी काफिले पर फेंका पत्थर फेंके गए. मथुरा (Mathura ) के सुरीर गांव से 500 मीटर पहले हमला हुआ. नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह की नगरिया में दलित समाज के लोगों पर हुई फायरिंग में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भागकर भीम आर्मी चीफ की जान बचाई.

बाइक पर सवार थे हमलावर
चंद्रशेखर (Chandrashekhar Azad ) का काफिला जब सड़क से गुजर रहा था तभी, सड़क के दोनों ओर बाइक पर खड़े कुछ युवकों ने काफिले पर पथराव कर दिया। एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। इसमें राया के गांव सीमाना निवासी नीरज के हाथ की अंगुली में चोट लग गई, जबकि पुलिस की गाड़ी चला रहे एक अन्य सिपाही को भी चोट आई है।

कहां जा रहे थे…?
बीते दिनों दलित बहनों को दबंगों द्वारा पीटने और बारात वापस लौटने की जो खबर सुर्खियों में रही थी. सांसद चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad ) शुक्रवार अपने काफिले के साथ (Mathura ) रिफाइनरी थाना क्षेत्र के उसी गांव जा रहे थे. यहां पिछले दिनों दो दलित बहनों की शादी थी, दबंगों ने बहनों और बरातियों को पीटा, इसलिए बरात लौट गई। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और फिर उनका काफिला मांट के सिर्रेला गांव पहंचा…इसके अलावा यहां पर वासुदेव बघेल का शव फंदे पर लटका मिला था, यहां ब्राह्मण और जाटव समाज के बीच विवाद हुआ। कई लोग घायल हो गए थे ।

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