Mahakumbh: प्रयागराज में संगम किनारे 13 जनवरी से शुरु हुआ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ का 26 जनवरी को आखिरी स्नान के साथ समापन हो गया. करीब 45 दिन चक लगे इस महाकुंभ के समापन के आखिरी दिन तक वार-पलटवार का दौर चल ।
65 करोड़ बनाम 100 करोड़
अब महाकुंभ तो अपने आखिरी पड़ाव पर आ गया लेकिन पहले दिन से शुरु हुई सियासी महाभारत अभी भी थमती दिखाई नहीं दे रही हैं…विधानसभा में बजट सत्र में बोलेत हुए सीएम योगी ने बताया कि, महाकुंभ में दुनिया के सभी धर्मस्थलों से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ आए, सरकार का दावा है कि, महाकुंभ मे ंकरीब 65 करोड़ लोगों ने स्नान किया ।
अखिलेश बोले 100 करोड़ तक जारी रहे
सरकार के 65 करोड़ वाले आंकड़े पर भी अखिलेश यादव ने कहा कि, 100 करोड़ के दावे का क्या हुआ…इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तो यहां तक कहा कि, हम तो सरकार से कहेंगे कि, जबतक देश के 100 करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान ना कर लें तब तक चलता रहना चाहिए ।
योगी Vs अखिलेश
महाकुंभ की महाभारत में सपा मुखिया अखिलेश यादव पहले दिन से ही महाकुंभ की अधूरी तैयारी, पानी में गंदगी, भगदड़ में मौत के आंकड़े और व्यवस्था की दुर्दर्शा पर तंज करते रहे हैं…इस वार पर सीएम योगी ने पलटवार किया तो हंगामा मच गया…सीएम योगी ने विधानसभा में बोलेत हुए एक सोशल मडिया पोस्ट के हवाले से कहा कि, कुंभ में जिसकों जो दिखा वो उसने देखना, गिद्धों को लाश मिली, सुऊरों को गंदगी वाला बयान चर्चाओं में रहा. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी ने सच कहा है कि, महाकुंभ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावान को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली गरीबों को रोजगार मिला अमीरों को धंधा मिला ।
अखिलेश यादव का पलटवार
महाकुंभ के बहाने चल रहे वार-पलटवार में सीएम योगी ने सपा के PDA पर सवाल उठाए तो अखिलेश यादव ने साधू-संत की परिभाषा बताई…वार-पलटवार के मैदान में घमासान तमाम मुद्दों पर सजा…सीएम योगी के गिद्ध-सुऊर वाले बयान पर अखिलश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि, आखिर सीएम योगी ये सब किसके लिए कह रहे हैं… ‘आखिरकार गिद्ध-सूऊर कहकर किसको अपमानित कर रहे? क्या उनके परिवार के लोगों को जो अपने परिवार के सदस्यों को ढूंढ रहे थे, उस एक बेटी को जो अपनी मां को ढूंढ रही थी, भाई भाई को ढूंढ रहा था. लोग आकर अपने घरवालों को ढूंढ रहे थे, जो अभी तक नहीं मिले हैं. क्या ढूंढने वालों को सरकार गिद्ध बोल रही थी? अखिलेश ने मुख्यमंत्री को घेरते हुए कहा कि योगी सरकार कुंभ में हुई अव्यवस्थाओं और भगदड़ के लिए जिम्मेदार है ।
‘महाकुंभ’ जैसे पावन-पवित्र धार्मिक-आध्यात्मिक पर्व के संबंध में बोलते समय शब्दों का चयन, इस अवसर के मान और प्रतिष्ठा के अनुकूल होना चाहिए. महाकुंभ में कई बार जाकर भी जिनका वैचारिक उद्धार नहीं हुआ, उनके पाप और पतन की सीमा भला कौन नाप सकता है. ऐसे कथनों से जिन सुधीजनों को ठेस पहुँची है, उनसे निवेदन है कि ऐसे लोगों के प्रति सहानुभूति की भावना रखें न कि आक्रोश की. …सन्मति दे भगवान!
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