लखनऊ : इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने बसपा के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है. आज दोपहर 12 बजे अखिलेश यादव और मायावती प्रेस कॉफ्रेंस कर इसका औपचारिक ऐलान करने वाले हैं. खास बात ये है कि अखिलेश और मायावती की प्रेस कॉफ्रेंस वहीं होने वाली हैं, जहां पर आज से ठीक दो साल पहले सपा और कांग्रेस ने हाथ मिलाया था.
वह 29 जनवरी 2017 की तारीख थी. आज 12 जनवरी 2019. लखनऊ का होटल ताज एक बार फिर एक नए गठबंधन का गवाह बनेगा. वक्त भी लगभग वही होगा, लेकिन पार्टियां अलग होंगी. 2017 में सपा ने कांग्रेस का हाथ थामा था, वहां पर बसपा होगी.
यूपी के लड़के मिलकर बदलेंगे प्रदेश का इतिहास
साल 2017 में जब अखिलेश और राहुल गांधी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी तो दोनों ने एक ही रंग की सदरी भी पहन रखी थी. तब कहा गया था कि ‘यूपी के लड़के’ साथ मिलकर यूपी को बदल देंगे.
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नारा दिया गया था कि ‘यूपी को यह साथ पसंद है’. सपा ने कांग्रेस 100 विधानसभा सीटें दी थीं लेकिन बीजेपी की आंधी में पूर्ण बहुमत से सरकार चला चुकी समाजवादी पार्टी 47 सीटों पर सिमट गई.
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कांग्रेस को केवल 7 सीटों से संतोष करना पड़ा. बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला और योगी आदित्यनाथ सूबे के सीएम बने.
2019 मे बदल गए हालात
2017 में राहुल और अखिलेश का गठबंधन यूपी विधानसभा चुनावों के लिए यह ऐलान हुआ था, लेकिन इसका नतीजा नकारात्मक ही निकला. 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस और सपा के गठबंधन ने दम तोड़ दिया. 2017 में सपा के कांग्रेस गठबंधन पर मुलायम सिंह ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि सपा अगर अकेले चुनाव लड़ती तो ज्यादा सीटें लेकर आती.