नई दिल्ली: सही वक्त, सही समय और कुछ नया करने का जुनून जब किसी इंसान पर चढ़ता है तो वह मंजिल नहीं बस रास्ता खोजता है. कोरोना लॉकडाउन में जब सारी दुनिया निराश होकर शांत बैठ गई थी तब एक शख्स ने दुनिया से हटकर सोचा और डिजिटल मार्केटिंग के प्लेटफॉर्म के जरिए दूसरों को पहचान दिलाने में मदद की. ये नाम है आलोक कुमार दास का. लॉकडाउन में उन्होंने अपनी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी की शुरुआत की और वह कई कंपनियों को ब्रांडिंग सॉल्यूशन दे रहे हैं।
कैसे हुई शुरुआत?
अपने बारे में बात करते हुए आलोक कुमार दास कहते हैं कि लॉकडाउन के वक्त लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए थे. लोगों को एक ही सहारा था लैपटॉप या मोबाइल. ऐसे में मेरे पास एक मौका था डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए खुद को ही नहीं बल्कि उन लोगों को मौके देना जो ऑनलाइन बिजनेस, डिजाइनिंग, एनिमेशन, टूल वर्क, फोटोग्राफी जैसी चीजों में आगे बढ़ना चाहते हैं.
‘ब्रांडिंग सॉल्यूशन’, जो बदल देगा आपकी ‘लाइफ’
महज 21 साल की उम्र में वह लोगों को ब्रांडिंग सॉल्यूशन दे रहे हैं. एक मध्यवर्गीय परिवार से आने वाला यह युवा कहता है कि लोगों को आज डिजिटल दुनिया को समझने की जरूरत है. यह सिर्फ लोगों को जोड़ने का एक प्लेटफॉर्म नहीं है बल्कि एक ऐसा मंच है जहां आप दुनिया के सामने अपना टैलेंट दिखा सकते हैं. मुझको यह बात बहुत जल्द ही समझ आ गई थी. लॉकडाउन के दौरान मैंने कई चीजों को सीखा और उसे अपने जीवन में अप्लाई किया.
आज मैं सिर्फ एक चीज या एक टॉपिक को पकड़कर नहीं बैठा हूं बल्कि रोजाना नई -नई चीजों के बारे में सोचता हूं और सीखने की कोशिश करता हूं.