नई दिल्ली/लखनऊ: देश में अचानक छाई धुंध की चादर से हर कोई हक्का-बक्का है. दीवाली (Diwali)के बाद से अचानक बनी प्रदूषण (Pollution) की इस परत ने देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के तमाम लोगों के चेहरों पर नकाब (मास्क) लगा दिए हैं तो वहीं आंखों में चुभन पैदा कर दी है. प्रदूषण(Pollution) का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. कई शहरो में तो एयर इंडेक्स क्लाविटी का मानक 400 के पार पहुंच गया है. कई इलाकों की हवा में प्रदूषण का स्तर अपने चरम पर है. लोग घर से बाहर मास्क लगाकर निकलने को मजबूर हैं.
यूपी में सांस पर संकट!
केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की ओर से जारी शहरों की एयर क्वालिटी रिपोर्ट (Air Index Quality Report) बताती है कि, प्रदूषण (Pollution) के मामले में उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के सबसे ज्यादा शहर हैं. इंडेक्स के हिसाब से तो देश के 10 सबस् ज्यादा प्रदूषित इलाकों में 8 अकेले उत्तर प्रदेश के हैं और गाजियाबाद (Ghaziabad)इस मामले में पहले नंबर पर है. गाजियाबाद (Ghazaiabad) में पीएम 2.5 की मात्रा सबसे ज्यादा यानि 478 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर है
ये हैं सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर
शहर का नाम प्रदूषण/पीएम 2.5 देश में नंबर
गाजियाबाद 478 पहला
बागपत 467 चौथा
नोएडा 450 पांचवा
ग्रेटर नोएडा 438 छठा
हापुड़ 435 सातवां
मेरठ 430 आठवां
बुलंदशहर 430 नौवां
मुजफ्फरनगर 428 दसवां
लखनऊ की हवा में भी घुलने लगा जहर
अभी तक तो दिल्ली- एनसीआर से लगे शहरों में ही प्रदूषण का ज्यादा प्रभाव दिख रहा था. लेकिन चिंता की बात ये है कि, इधर राजधानी लखनऊ (Lucknow)की हवा भी इस प्रदूषण से जहरीली होने लगी है. लखनऊ (Lucknow) में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रही है केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने जो रिपोर्ट जारी की है उसके मुताबिक लखनऊ में पीएम 2.5 की स्थिति 326 माइक्रो ग्राम प्रतिघन मीटर पहुंच गई है. हालांकि, बाकी शहरों के मुकाबले लखनऊ 26वें नंबर पर है.